Law Information
Rajeev Tiwari
बारहवीं या ग्रेजुएशन पास करने के बाद अनेक स्टूडेंट्स लॉ (Law) के क्षेत्र में कैरियर बनाने का सपना देखते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस फील्ड में रोजगार की भरपूर संभावनाएं हैं। इसी वजह से वकालत करने का पेशा लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है। भले ही Law सेक्टर चुनौतियों से भरा है, लेकिन इसमें कैरियर के विकल्प भी बहुत से हैं। जिस तरह से समाज विस्तृत होता जा रहा है, उसी प्रकार Law Expert यानी कि Layer की अहमियत भी समाज मे बढ़ रही है। सरकारी और प्राइवेट सभी सेक्टरों में Layer की अहम भूमिका होती है।
इन कोर्स में Asmission के लिए Entrance एग्जाम देना पड़ता है। हालांकि अनेक ऐसे कॉलेज हैं, जिनमे 12वीं या ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर दाखिला मिल जाता है। वंही अगर आप किसी जाने माने या फेमस law College में एडमिशन पाना चाहते हैं, तो आपको प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके लिए कई entrance exam आयोजित किये जाते हैं। जैसेकि-
CLAT (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट)-
यह नेशनल लेवल का एंट्रेंस एग्जाम होता है। इसको पास करने के बाद आप 14 नेशनल law यूनिवर्सिटी में से किसी मे भी एड्मिसन पा सकते हैं। वंही इस एग्जाम के माध्यम से आप अन्य कई अच्छी यूनिवर्सिटीज में दाखिला पा सकते हैं।
LST (लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट)-
यह परीक्षा इंडिया के विभिन्न Law School मिलकर लेते हैं। इसमे वर्बल रीजनिंग और रीडिंग स्किल्स की परख की जाती है।
सेट सिंबायोसिस एंट्रेंस एग्जाम-
यह परीक्षा सिंबायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित करवाती है।
डीयूएलएलबी एंट्रेंस एग्जाम-
यह एंट्रेंस एग्जाम दिल्ली यूनिवर्सिटी में LLB या LLM जैसे कोर्स में दाखिले के लिए कंडक्ट करवाती है।
यूएलएसएटी एंट्रेंस एग्जाम-
यह एंट्रेंस एग्जाम यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम ऐंड एनर्जी आयोजित करती है।
वर्तमान समय मे Law यानिकि कानून की सबसे ज्यादा अहमियत है। इसलिए इसमें एक्सपर्ट लोगों के लिए career की संभावनाएं भी बेहतरीन हैं। Law में डिग्री होल्डर प्राइवेट और गवर्नमेंट दोनो सेक्टरों में अच्छा कैरियर बना सकते हैं। विभिन्न बैंको, गेल, सेल, ओएनजीसी, लॉ फम्र्स, पब्लिक सेक्टर, एनजीओ, रेगुलेटरी बॉडीज, एजेंसियों, लीगल सेल ऑफ कंपनीज, मीडिया हाउस, law स्कूल, आर्मी, ट्रिब्यूनल्स, आदि में Job के काफी अच्छे विकल्प हैं।
इसके अलावा law ग्रेजुएट खुद की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं। इंटरनेशनल मार्किट में भी दिनों- दिन लीगल एक्सपर्ट के लिए रोजगार के लिए अच्छे- खासे अवसर हैं। पहले कभी Law में सीमित अवसर ही हुआ करते थे या तो लॉ की पढ़ाई करने के वाद आप वकालत करते या फिर जज बनते। लेकिन आज इस प्रोफेशन में Career के अनेक नए रास्ते खुल गए हैं। जैसेकि टैक्सेशन लॉ, आईपी लॉ, कॉरपोरेट लॉ आदि sector में जा सकते हैं।
आज के समय मे प्राइवेट कंपनीज के अलावा गवर्नमेंट सेक्टर भी लीगल एडवाइजर और कंसल्टेंट को हायर कर रही हैं। जंहा पर Law ग्रेजुएट की जरूरत पड़ती है। अगर ऐसे में आप इस क्षेत्र में Career बनाने की सोचते हैं, तो आपके लिए Law अच्छा कैरियर विकल्प साबित हो सकता है।
इस क्षेत्र में आप शुरुआती सैलरी 20 से 25 हजार तक पा सकते हैं। वंही अगर आपने किसी अच्छे college से अगर Law की पढ़ाई की है, तो आप शुरुआती पैकेज 6 से 10 लाख के बीच पा सकते हैं।
यंहा पर हम आपको Law के कुछ हॉट सेक्टर बता रहें हैं, जिनमे कैरियर के काफी अच्छे चांस हैं। आप अपनी चॉइस के अनुसार Law के किसी भी क्षेत्र में जा सकते हैं।
कॉर्पोरेट लॉ काफी अच्छा कैरियर विकल्प है। जिसमे Corporate layer किसी भी कंपनी के लिए कंसल्टेंट का काम करते हैं या तो नॉन-लिटिगेशन मामले देखते हैं। जिसके अंतर्गत ये Company के पब्लिक शेयर, इंटरनेशनल कॉन्ट्रैक्ट्स, जनरल, मर्जर-एक्विजिशन, कैपीटल मार्किट में इन्वेस्टमेंट, लेडिंग, प्राइवेट इक्विटी आदि देखते हैं।
Corporate law में Career बनाने के लिए कैंडिडेट को फाइनेंस, कंपनी लॉ तथा टैक्सेशन की अच्छी जानकारी होना चाहिए। इसके साथ ही रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के नॉर्म्स से हमेशा अपडेट रहें। एंगिलिश राइटिंग एंड speaking स्किल होना भी जरूरी है। Course कंपलीट करने के बाद किसी अच्छे layer के अंडर में ट्रेनिंग करें, जिससे आपको फील्ड की सारी जानकारी हो जाएगी।
सिविल लॉयर के लिए Court Practice सबसे अच्छा विकल्प होता है। इसके अलावा गवर्नमेंट Sector में भी कई तरह के अच्छे मौके हैं। जैसेकि आप Social Sector, लीगल फर्म्स, income tax डिपार्टमेंट आदि में काम कर सकते हैं।
Civil Layer प्रोपर्टी, शिक्षा, संवैधानिक अधिकारों से से जुड़े मामले देखते हैं। ये लोग क्लाइंट्स के याचिका दाखिल करने, पार्टिशन डीड्स या कॉन्ट्रैक्ट्स, गिफ्ट, सेल्स जैसे मामले देखते हैं। इसके अलावा Civil Advocate लिटिगेशन से जुड़े मामले भी देखते हैं।
लिटिगेशन लॉ काफी उभरता हुआ career विकल्प है। जिस तरह से आज के समय मे कंपनियों ने अपने लीगल केसेस को रेसॉल्व करने के लिए साइंटिफिक अप्प्रोच को ध्यान में रखा है। इसलिए इनको देखते हुए अच्छे लिटिगेटर्स के लिए देश के अलावा विदेशी एमएनसीज और लीगल फार्म्स में काफी अच्छे मौके हैं। लगभग सभी बड़ी कंपनियों ने अपने यंहा लीगल सेल खोल रखे हैं। इसमें private sector के अलावा गवर्नमेंट सेक्टरों में भी अच्छे मौके हैं।
कारपोरेट लिटिगेटर लोग आमतौर पर कंपनी के शेयर-होल्डर लिटिगेशन, टैक्सेशन लिटिगेशन, इनवेस्टमेंट रिलेटेड इश्यू, लाइसेंसिंग डिस्प्यूट को हैंडल करते हैं। इसके साथ ही Civil Litigetion में डाइवोर्स, फैमिली, लैंड, criminal से रीलेटेड केस देखते हैं।
इंटेलेक्चुएल प्रॉपर्टी राइट्स के क्षेत्र में में आप पेटेंट एटॉर्नी बन सकते हैं। IPR एटॉर्नी सरकारी और प्राइवेट दोंनो सेक्टरों में काम कर सकते हैं। आज के समय मे बहुत सारी कंपनियां पेटेंट कॉपीराइट की सुरक्षा चाहती हैं। ये कंपनी स्पेशलिस्ट एटार्नी की टीम को हायर करती हैं। इसमे आप लीगल फर्म्स में भी काम कर सकते हैं।
LLB- 3 Years
BA LLB – 5 Years
Bsc LLB- 5 Years
BCom LLB- 5 Years
LLM
PHD
यूनिवर्सिटी ऑफ बेंगलुरु
Law Me Career kaise banaye- LLB Course
Career in Law- आज का हमारा विषय है कि कैरियर इन लॉ यानी कि Law Me Career kaise banaye या Layer kaise bane। अगर आप भी वकील बनने का सपना देखते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से आप Law में Career से रीलेटेड सारी जानकारी पा सकेंगे। इस Article में हम आपको Law Course एंड Career Scope, बेस्ट कॉलेज और Fees आदि के बारे में डिटेल में बताएंगे। जिससे आप आसानी से Law Sector में Career बना पायेंगे।
Law Me Career kaise Banaye-
बारहवीं या ग्रेजुएशन पास करने के बाद अनेक स्टूडेंट्स लॉ (Law) के क्षेत्र में कैरियर बनाने का सपना देखते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस फील्ड में रोजगार की भरपूर संभावनाएं हैं। इसी वजह से वकालत करने का पेशा लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है। भले ही Law सेक्टर चुनौतियों से भरा है, लेकिन इसमें कैरियर के विकल्प भी बहुत से हैं। जिस तरह से समाज विस्तृत होता जा रहा है, उसी प्रकार Law Expert यानी कि Layer की अहमियत भी समाज मे बढ़ रही है। सरकारी और प्राइवेट सभी सेक्टरों में Layer की अहम भूमिका होती है।
आजकल के जमाने मे तो समाज के बीच मे अनेक कानूनी झमेले देखने को मिलते हैं। इसलिए और भी ज्यादा Law प्रोफेशनल की महत्ता बढ़ गई है। इसलिए अगर आप भी इस Field में Career बनाना चाहते हैं, तो आप 12वीं के बाद BA-LLB चार बर्षीय कोर्स कर सकते हैं। अगर आप ग्रेजुएट हैं, तो LLB, 3 बर्षीय कोर्स में दाखिला लेकर Layer बनने का सपना पूरा कर सकते हैं।
इन कोर्स में Asmission के लिए Entrance एग्जाम देना पड़ता है। हालांकि अनेक ऐसे कॉलेज हैं, जिनमे 12वीं या ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर दाखिला मिल जाता है। वंही अगर आप किसी जाने माने या फेमस law College में एडमिशन पाना चाहते हैं, तो आपको प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके लिए कई entrance exam आयोजित किये जाते हैं। जैसेकि-
CLAT (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट)-
यह नेशनल लेवल का एंट्रेंस एग्जाम होता है। इसको पास करने के बाद आप 14 नेशनल law यूनिवर्सिटी में से किसी मे भी एड्मिसन पा सकते हैं। वंही इस एग्जाम के माध्यम से आप अन्य कई अच्छी यूनिवर्सिटीज में दाखिला पा सकते हैं।
LST (लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट)-
यह परीक्षा इंडिया के विभिन्न Law School मिलकर लेते हैं। इसमे वर्बल रीजनिंग और रीडिंग स्किल्स की परख की जाती है।
सेट सिंबायोसिस एंट्रेंस एग्जाम-
यह परीक्षा सिंबायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित करवाती है।
डीयूएलएलबी एंट्रेंस एग्जाम-
यह एंट्रेंस एग्जाम दिल्ली यूनिवर्सिटी में LLB या LLM जैसे कोर्स में दाखिले के लिए कंडक्ट करवाती है।
यूएलएसएटी एंट्रेंस एग्जाम-
यह एंट्रेंस एग्जाम यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम ऐंड एनर्जी आयोजित करती है।
Career Scope in Law
वर्तमान समय मे Law यानिकि कानून की सबसे ज्यादा अहमियत है। इसलिए इसमें एक्सपर्ट लोगों के लिए career की संभावनाएं भी बेहतरीन हैं। Law में डिग्री होल्डर प्राइवेट और गवर्नमेंट दोनो सेक्टरों में अच्छा कैरियर बना सकते हैं। विभिन्न बैंको, गेल, सेल, ओएनजीसी, लॉ फम्र्स, पब्लिक सेक्टर, एनजीओ, रेगुलेटरी बॉडीज, एजेंसियों, लीगल सेल ऑफ कंपनीज, मीडिया हाउस, law स्कूल, आर्मी, ट्रिब्यूनल्स, आदि में Job के काफी अच्छे विकल्प हैं।
इसके अलावा law ग्रेजुएट खुद की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं। इंटरनेशनल मार्किट में भी दिनों- दिन लीगल एक्सपर्ट के लिए रोजगार के लिए अच्छे- खासे अवसर हैं। पहले कभी Law में सीमित अवसर ही हुआ करते थे या तो लॉ की पढ़ाई करने के वाद आप वकालत करते या फिर जज बनते। लेकिन आज इस प्रोफेशन में Career के अनेक नए रास्ते खुल गए हैं। जैसेकि टैक्सेशन लॉ, आईपी लॉ, कॉरपोरेट लॉ आदि sector में जा सकते हैं।
आज के समय मे प्राइवेट कंपनीज के अलावा गवर्नमेंट सेक्टर भी लीगल एडवाइजर और कंसल्टेंट को हायर कर रही हैं। जंहा पर Law ग्रेजुएट की जरूरत पड़ती है। अगर ऐसे में आप इस क्षेत्र में Career बनाने की सोचते हैं, तो आपके लिए Law अच्छा कैरियर विकल्प साबित हो सकता है।
इस क्षेत्र में आप शुरुआती सैलरी 20 से 25 हजार तक पा सकते हैं। वंही अगर आपने किसी अच्छे college से अगर Law की पढ़ाई की है, तो आप शुरुआती पैकेज 6 से 10 लाख के बीच पा सकते हैं।
Best Career option in Law
यंहा पर हम आपको Law के कुछ हॉट सेक्टर बता रहें हैं, जिनमे कैरियर के काफी अच्छे चांस हैं। आप अपनी चॉइस के अनुसार Law के किसी भी क्षेत्र में जा सकते हैं।
Corporate Law-
कॉर्पोरेट लॉ काफी अच्छा कैरियर विकल्प है। जिसमे Corporate layer किसी भी कंपनी के लिए कंसल्टेंट का काम करते हैं या तो नॉन-लिटिगेशन मामले देखते हैं। जिसके अंतर्गत ये Company के पब्लिक शेयर, इंटरनेशनल कॉन्ट्रैक्ट्स, जनरल, मर्जर-एक्विजिशन, कैपीटल मार्किट में इन्वेस्टमेंट, लेडिंग, प्राइवेट इक्विटी आदि देखते हैं।
Corporate law में Career बनाने के लिए कैंडिडेट को फाइनेंस, कंपनी लॉ तथा टैक्सेशन की अच्छी जानकारी होना चाहिए। इसके साथ ही रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के नॉर्म्स से हमेशा अपडेट रहें। एंगिलिश राइटिंग एंड speaking स्किल होना भी जरूरी है। Course कंपलीट करने के बाद किसी अच्छे layer के अंडर में ट्रेनिंग करें, जिससे आपको फील्ड की सारी जानकारी हो जाएगी।
Civil Law-
सिविल लॉयर के लिए Court Practice सबसे अच्छा विकल्प होता है। इसके अलावा गवर्नमेंट Sector में भी कई तरह के अच्छे मौके हैं। जैसेकि आप Social Sector, लीगल फर्म्स, income tax डिपार्टमेंट आदि में काम कर सकते हैं।
Civil Layer प्रोपर्टी, शिक्षा, संवैधानिक अधिकारों से से जुड़े मामले देखते हैं। ये लोग क्लाइंट्स के याचिका दाखिल करने, पार्टिशन डीड्स या कॉन्ट्रैक्ट्स, गिफ्ट, सेल्स जैसे मामले देखते हैं। इसके अलावा Civil Advocate लिटिगेशन से जुड़े मामले भी देखते हैं।
Litigation Law-
लिटिगेशन लॉ काफी उभरता हुआ career विकल्प है। जिस तरह से आज के समय मे कंपनियों ने अपने लीगल केसेस को रेसॉल्व करने के लिए साइंटिफिक अप्प्रोच को ध्यान में रखा है। इसलिए इनको देखते हुए अच्छे लिटिगेटर्स के लिए देश के अलावा विदेशी एमएनसीज और लीगल फार्म्स में काफी अच्छे मौके हैं। लगभग सभी बड़ी कंपनियों ने अपने यंहा लीगल सेल खोल रखे हैं। इसमें private sector के अलावा गवर्नमेंट सेक्टरों में भी अच्छे मौके हैं।
कारपोरेट लिटिगेटर लोग आमतौर पर कंपनी के शेयर-होल्डर लिटिगेशन, टैक्सेशन लिटिगेशन, इनवेस्टमेंट रिलेटेड इश्यू, लाइसेंसिंग डिस्प्यूट को हैंडल करते हैं। इसके साथ ही Civil Litigetion में डाइवोर्स, फैमिली, लैंड, criminal से रीलेटेड केस देखते हैं।
IP Law (इंटेलेक्चुएल प्रॉपर्टी राइट्स)
इंटेलेक्चुएल प्रॉपर्टी राइट्स के क्षेत्र में में आप पेटेंट एटॉर्नी बन सकते हैं। IPR एटॉर्नी सरकारी और प्राइवेट दोंनो सेक्टरों में काम कर सकते हैं। आज के समय मे बहुत सारी कंपनियां पेटेंट कॉपीराइट की सुरक्षा चाहती हैं। ये कंपनी स्पेशलिस्ट एटार्नी की टीम को हायर करती हैं। इसमे आप लीगल फर्म्स में भी काम कर सकते हैं।
Course for Career in Law
LLB- 3 Years
BA LLB – 5 Years
Bsc LLB- 5 Years
BCom LLB- 5 Years
LLM
PHD
Best College for Law Course
यूनिवर्सिटी ऑफ बेंगलुरु
गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी
दिल्ली यूनिवर्सिटी
बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी
नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
नलसर यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
डॉ राममनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, कोच्चि
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
लखनऊ यूनिवर्सिटी
MJP रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली
लखनऊ यूनिवर्सिटी
सिम्बोसिस यूनिवर्सिटी, पुणे
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गुजरात
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर
जामिया मिलिया इस्लामिया, न्यू दिल्ली
ओस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
बंगलोर यूनिवर्सिटी
कलकत्ता यूनिवर्सिटी
दिल्ली यूनिवर्सिटी
बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी
नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
नलसर यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
डॉ राममनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, कोच्चि
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
लखनऊ यूनिवर्सिटी
MJP रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली
लखनऊ यूनिवर्सिटी
सिम्बोसिस यूनिवर्सिटी, पुणे
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गुजरात
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर
जामिया मिलिया इस्लामिया, न्यू दिल्ली
ओस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
बंगलोर यूनिवर्सिटी
कलकत्ता यूनिवर्सिटी
Written by Rajeev Tiwari
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