Opreting System

Rajeev Tiwari ऑपरेटिंग सिस्टम का स्ट्रक्चर ऑपरेटिंग सिस्टम एक बड़ा और जटिल सॉफ्टवेयर है, जो बड़ी संख्या में कई सारे फंक्शन्स का समर्थन करता हैं; अत: ऑपरेटिंग सिस्टम का डेवलपमेंट एक मोनोलिथिक सॉफ्टवेयर (monolithic software) के रूप में न होकर कई छोटे-छोटे मॉड्यूल्स (modules) के समूह के रूप में होना चाहिए, इनमें से प्रत्येक मॉड्यूल्स के इनपुट्स (inputs,) आउटपुट्स (outputs) तथा कार्य (function) अच्छी तरह से परिभाषित होने चाहिए। लेयर्ड स्ट्रक्चर एप्रोच (Layered Structure Approach) लेयर्ड स्ट्रक्चर एप्रोच, ऑपरेटिंग सिस्टम को विभिन्न सतहों (layers) में विभाजित कर, उसे डेवलप करने की एक विधि है। प्रत्येक सतह नीचे वाले सतह के शीर्ष पर बनाए जाते हैं। सबसे नीचे की सतह हार्डवेयर की होती है। जबकि सबसे ऊपर की सतह यूजर इंटरफेस की होती है। लेयर्ड स्ट्रक्चर्ड एप्रोज के तहत सर्वप्रथम THE नामक ऑपरेटिंग सिस्टम को E. W. Dijkistra तथा उनके शिष्यों द्वारा सन् 1968 ई. में निर्मित कि...