D Pharma
Rajeev Tiwari
डी फार्मा कोर्स Pharmacy के चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ा प्रोग्राम है, जोकि फार्मेसी के स्टूडेंट्स को फार्मास्युटिकल विज्ञान की जानकारी देता है। इसका मुख्य उद्देश्य D Pharma के स्टूडेंट्स को फार्मेसी विज्ञान की जानकारी देना है । जिससे स्टूडेंट्स सही तरह से फार्मेसी फील्ड को समझ सके और इसमे अपना career बन सकें।
D pharma course में छात्रों को फार्मास्यूटिक्स, बायोकैमिस्ट्री और क्लिनिकल पैथोलॉजी, फार्माकोग्नोसी, मानव शरीर रचना विज्ञान और फिजियोलॉजी, हेल्थ एजुकेशन, कम्युनिटी फार्मेसी इत्यादि फार्मास्यूटिकल साइंस की प्राथमिक जानकारी दी जाती है।
डीफार्मा फार्मेसी सेक्टर का बहुत ही पॉपुलर कोर्स है। खास बात यह है कि ये केवल दो बर्ष का ही होता है। जो लोग ज्याद फीस देने में सक्षम नही है, या जिनके पास B Pharma करने के लिए 4 बर्ष नही हैं। उनके लिए D Pharma बहुत ही अच्छा कैरियर विकल्प है। दो वर्ष का को कोर्स करने के बाद आसानी से रोजगार पा सकते हैं।
अगर आप D Pharma कोर्स में एडमिशन लेने चाहते हैं तो फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स या बायोलॉजी विषयों के साथ 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद डीफॉर्म (Diploma in pharmecy) में एडमिशन ले सकते हैं। ये दो बर्ष का डिप्लोमा कोर्स होता है। दो वर्षीय डिप्लोमा कंपलीट करने के बाद आपके पास दवा की दुकान खालने का विकल्प होता है साथ ही आगे पढ़ाई जारी रखने का भी विकल्प भी होता है। डीफार्म के आधार पर लेटरल एंट्री योजना के तहत बीफार्म पाठ्यक्रम के दूसरे साल में डायरेक्ट एडमिशन ले सकते हैं।
इसके अतिरिक्त समय पर सरकारी अस्पताल और सरकारी संस्थाओं में Pharmasist की जॉब निकलती रहती है। आप वंहा पर अप्लाई कर सकते है। राज्य या केंद्र सरकार के अस्पतालों, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभागों में फार्मासिस्ट की नियुक्ति की जाती है।प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम है की तो आजकल भरमार है, आप इनमें फर्मासिस्ट के तौर पर जॉब आसानी से पा सकते हैं।
डॉक्टर द्वारा मरीज के लिए लिखी गई दवाएं मरीज को देना।
रोगियों को दवाओं के सुरक्षित और प्रभावी इस्तेमाल के बारे में जानकारी देना।
दवा, बीमारी और जीवनशैली में परिवर्तन से जुड़ी मरीज की उन शंकाओं का समाधान करना, जिनसे मरीज को बीमारी से उबरने में मदद मिले।
फार्मासिस्ट कैसे बने?
फार्मासिस्ट बनने के लिए फार्मेसी में न्यूनतम डिप्लोमा स्तरीय योग्यता का होना पहली शर्त है। जोकि D Pharma है। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) से मान्यता प्राप्त देश के किसी संस्थान से यह डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है। D Pharma करने बाद फार्मेसी एक्ट 1940 के तहत खुद को राज्य फार्मेसी काउंसिल में पंजीकृत करना जरूरी होता है।
आपको अगर डी फार्मा कोर्स करना है, तो किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने पहले उसकी मान्यता से सम्बंधित जानकारी जरूर ले लें। क्योंकि आज के समय मे बहुत से ऐसे इंस्टीट्यूट मिल जाएंगे, जिनकी मान्यता भी नही है लेकिन डी फार्मा कोर्स करा रहे हैं। डी फार्मा कोर्स के लिए सही कॉलेज की जानकारी के लिए आप फार्मेसी कॉउन्सिल ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर जा सकते हैं। यहां पर आपको फार्मेसी कॉउन्सिल ऑफ इंडिया से एप्रूव्ड कॉलेज की सूची मिल जाएगी। अगर इस सूची में उस कॉलेज का भी नाम है, तो आप उस कॉलेज में निःसंकोच एडमिशन ले सकते हैं।
इनके अलावा भी इंडिया के भिभन्न नगरों में सरकारी व गैर सरकारी इंस्टीट्यूट D Pharma का कोर्स करवाते हैं। जिसमे एडमिशन लेकर ऑफ Pharma career की शुरआत कर सकते हैं।
अगर आपका एडमिशन सरकारी कॉलेजों या यूनिवर्सिटी में हो जाता है तो बहुत ही कम फीस में ये कोर्स कम्पलीट हो जाएगा। प्राइवेट कॉलेज में D Pharma कोर्स की फीस 1.5 लाख से 2 लाख के आस- पास होती है।
D pharma course कंपलीट करने के बाद शुरआत में आपको सैलेरी 12 से 18 हजार रुपये तक मिल जाएंगे। वंही बड़ी कॉम्पनी में 20 से 25 हजार से शुरआत हो सकती है। अनुभव होने के बाद बहुत ही आकर्षक सैलेरी मिलने लगती है
D Pharma me career kaise banye – Full Guide
D Pharma me Career
दोस्तों अगर आप D Pharma course करना चाहते हैं और फार्मेसी में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, तो आप बिलकुल सही पोस्ट पढ़ रहे हैं, क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको D Pharma Course से सम्बंधित हर तरह की जानकारी देंगे। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके डी फार्मा कोर्स की सारी जानकारी मिल जायेगी।
D Pharma kya hai
डी फार्मा कोर्स Pharmacy के चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ा प्रोग्राम है, जोकि फार्मेसी के स्टूडेंट्स को फार्मास्युटिकल विज्ञान की जानकारी देता है। इसका मुख्य उद्देश्य D Pharma के स्टूडेंट्स को फार्मेसी विज्ञान की जानकारी देना है । जिससे स्टूडेंट्स सही तरह से फार्मेसी फील्ड को समझ सके और इसमे अपना career बन सकें।
D pharma course में छात्रों को फार्मास्यूटिक्स, बायोकैमिस्ट्री और क्लिनिकल पैथोलॉजी, फार्माकोग्नोसी, मानव शरीर रचना विज्ञान और फिजियोलॉजी, हेल्थ एजुकेशन, कम्युनिटी फार्मेसी इत्यादि फार्मास्यूटिकल साइंस की प्राथमिक जानकारी दी जाती है।
D Pharma me Career scope
डीफार्मा फार्मेसी सेक्टर का बहुत ही पॉपुलर कोर्स है। खास बात यह है कि ये केवल दो बर्ष का ही होता है। जो लोग ज्याद फीस देने में सक्षम नही है, या जिनके पास B Pharma करने के लिए 4 बर्ष नही हैं। उनके लिए D Pharma बहुत ही अच्छा कैरियर विकल्प है। दो वर्ष का को कोर्स करने के बाद आसानी से रोजगार पा सकते हैं।
डी फार्मा कैरियर के लिहाज से बहुत अच्छा कोर्स है। क्योंकि अगर आप अन्य कोई कोर्स करते हैं, तो आपको नौकरी के लिए भटकना पड़ेगा। लेकिन D Pharma में अगर आपको नौकरी नही भी मिलती है तो आप खुद का मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं। जिससे आप बेरोजगार तो नही रहेंगे।
डी फार्मा कोर्स हमेशा डिमांड में रहने वाला कोर्स है। क्योंकि दवाओं की हमेशा जरूरत पड़ेगी। आज के समय मे दवाओं के बिना मानव जीवन की कल्पना ही नही की जा सकती। दवाओं की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जिससे इस Pharmacy sector में एक्सपर्ट लोगों की मांग भी बढ़ रही है। जगह- जगह हॉस्पिटल खुल रहे हैं। आप हॉस्पिटल में बतौर Pharmacist जॉब कर सकते है। समय समय पर सरकारी अस्पतालो एवं अन्य जगह पर भी वेकैंसी निकलती रहती है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अगर आप D Pharma course करते हैं तो आप बेरोजगार नही रहेंगे।
डी फार्मा कोर्स हमेशा डिमांड में रहने वाला कोर्स है। क्योंकि दवाओं की हमेशा जरूरत पड़ेगी। आज के समय मे दवाओं के बिना मानव जीवन की कल्पना ही नही की जा सकती। दवाओं की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जिससे इस Pharmacy sector में एक्सपर्ट लोगों की मांग भी बढ़ रही है। जगह- जगह हॉस्पिटल खुल रहे हैं। आप हॉस्पिटल में बतौर Pharmacist जॉब कर सकते है। समय समय पर सरकारी अस्पतालो एवं अन्य जगह पर भी वेकैंसी निकलती रहती है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अगर आप D Pharma course करते हैं तो आप बेरोजगार नही रहेंगे।
Admission in D Pharma
अगर आप D Pharma कोर्स में एडमिशन लेने चाहते हैं तो फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स या बायोलॉजी विषयों के साथ 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद डीफॉर्म (Diploma in pharmecy) में एडमिशन ले सकते हैं। ये दो बर्ष का डिप्लोमा कोर्स होता है। दो वर्षीय डिप्लोमा कंपलीट करने के बाद आपके पास दवा की दुकान खालने का विकल्प होता है साथ ही आगे पढ़ाई जारी रखने का भी विकल्प भी होता है। डीफार्म के आधार पर लेटरल एंट्री योजना के तहत बीफार्म पाठ्यक्रम के दूसरे साल में डायरेक्ट एडमिशन ले सकते हैं।
Skills for D Pharma
- विज्ञान विषयों, लाइफ साइंस और दवाओं के बारे में रुचि हो।
डी फार्मा में कैरियर बनाने के लिए आपके अंदर निम्न योग्यताएं होनीं चाहिए-- दवाओं के बारे में जानकारी होनीं चाहिए
- हिंदी और अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना आवश्यक है।
- काम के लिए कठिन परिश्रम, साहसतार्किक सोच होना जरूरी है।
- कम्युनिकेशन स्किल और प्रोडक्ट की बेहतर समझ होनीं चाहिए।
- फार्मेसी व्यापार के लिए जरूरी हुनर हो
- आप मे रोगियों की बात को समझने का धैर्य हो।
- रोगियों के लिए सेवा भावना होनीं चाहिये।
D Pharma me Career Option
डी फार्मा कोर्स (D Pharma) करने के बाद आपको बहुत से कैरियर के ऑप्शन मिल जाते है । डी फार्मा करने के बाद आप फर्मासिस्ट बनकर दवाओं की बिक्री करने के पेशे को स्वरोजगार का बेहतर विकल्प के रूप में अपना सकते हैं यानी कि आप मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं।
अगर आप खुद का स्वरोजगार करना चाहते हैं तो मेडिकल स्टोर खोलकर इसमे अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए लाइसेंस की जरूरत होती है और इसे हासिल करने के लिए फार्मेसी में डिप्लोमा के साथ राज्य फार्मेसी काउंसिल में पंजीकृत होना होता है। जिस राज्य के काउंसिल में आप खुद को पंजीकृत करवाएंगे, उसी के अधिकार क्षेत्र में आपको मेडिकल स्टोर खोलने का लाइसेंस मिलेगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आप आसानी से मेडिकल स्टोर खोल सकेंगे।
अगर आप खुद का स्वरोजगार करना चाहते हैं तो मेडिकल स्टोर खोलकर इसमे अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए लाइसेंस की जरूरत होती है और इसे हासिल करने के लिए फार्मेसी में डिप्लोमा के साथ राज्य फार्मेसी काउंसिल में पंजीकृत होना होता है। जिस राज्य के काउंसिल में आप खुद को पंजीकृत करवाएंगे, उसी के अधिकार क्षेत्र में आपको मेडिकल स्टोर खोलने का लाइसेंस मिलेगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आप आसानी से मेडिकल स्टोर खोल सकेंगे।
इसके साथ ही Pharmecy company में Medical Representative यानी कि MR के तौर पर भी जॉब कर सकते है। जिसमे आपको आसानी के साथ जॉब मिल जायेगी और सैलेरी पैकेज भी काफी आकर्षक रहता है। MR के पेशे के लिए विशेषरूप से D Pharma उम्मीदवार को ही चुना जाता है। मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (MR) का काम दवा कंपनियां के प्रोडक्ट के बारे में डॉक्टरों को बताना और संबंधित उत्पाद की बिक्री को बढ़ाना होता है। इसके लिए आपको हॉस्पिटल में डॉक्टर और केमिस्ट से अच्छे रिलेशन बनाने होंगे।
इसके अतिरिक्त समय पर सरकारी अस्पताल और सरकारी संस्थाओं में Pharmasist की जॉब निकलती रहती है। आप वंहा पर अप्लाई कर सकते है। राज्य या केंद्र सरकार के अस्पतालों, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभागों में फार्मासिस्ट की नियुक्ति की जाती है।प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम है की तो आजकल भरमार है, आप इनमें फर्मासिस्ट के तौर पर जॉब आसानी से पा सकते हैं।
सार्वजनिक दवा उत्पादन और प्राइवेट कंपनियों में फर्मासिस्ट की काफी डिमांड रहती है, आप इनमें नौकरी की तलाश कर सकते हैं।
इसी तरह दवाओं के गुणवत्ता नियंत्रण और उनकी जांच के लिए नियुक्त होने वाले ड्रग इंस्पेक्टर या सरकारी विश्लेषकों के चयन के लिए भी फार्मेसी के जानकारों को चुना जाता है।
केंद्रीय सैन्य बलों में भी समय-समय पर फार्मासिस्ट पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन फॉर्म जारी किए जाते हैं। इस प्रकार D pharma कोर्स करने के बाद आप फार्मेसी सेक्टर में शानदार कैरियर बना सकते हैं।
इसी तरह दवाओं के गुणवत्ता नियंत्रण और उनकी जांच के लिए नियुक्त होने वाले ड्रग इंस्पेक्टर या सरकारी विश्लेषकों के चयन के लिए भी फार्मेसी के जानकारों को चुना जाता है।
केंद्रीय सैन्य बलों में भी समय-समय पर फार्मासिस्ट पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन फॉर्म जारी किए जाते हैं। इस प्रकार D pharma कोर्स करने के बाद आप फार्मेसी सेक्टर में शानदार कैरियर बना सकते हैं।
Pharmasist ke kaam
डॉक्टर द्वारा मरीज के लिए लिखी गई दवाएं मरीज को देना।
रोगियों को दवाओं के सुरक्षित और प्रभावी इस्तेमाल के बारे में जानकारी देना।
दवा, बीमारी और जीवनशैली में परिवर्तन से जुड़ी मरीज की उन शंकाओं का समाधान करना, जिनसे मरीज को बीमारी से उबरने में मदद मिले।
Pharmacist kaise bane
फार्मासिस्ट कैसे बने?
फार्मासिस्ट बनने के लिए फार्मेसी में न्यूनतम डिप्लोमा स्तरीय योग्यता का होना पहली शर्त है। जोकि D Pharma है। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) से मान्यता प्राप्त देश के किसी संस्थान से यह डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है। D Pharma करने बाद फार्मेसी एक्ट 1940 के तहत खुद को राज्य फार्मेसी काउंसिल में पंजीकृत करना जरूरी होता है।
D Pharma course कंहा से करें
आपको अगर डी फार्मा कोर्स करना है, तो किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने पहले उसकी मान्यता से सम्बंधित जानकारी जरूर ले लें। क्योंकि आज के समय मे बहुत से ऐसे इंस्टीट्यूट मिल जाएंगे, जिनकी मान्यता भी नही है लेकिन डी फार्मा कोर्स करा रहे हैं। डी फार्मा कोर्स के लिए सही कॉलेज की जानकारी के लिए आप फार्मेसी कॉउन्सिल ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर जा सकते हैं। यहां पर आपको फार्मेसी कॉउन्सिल ऑफ इंडिया से एप्रूव्ड कॉलेज की सूची मिल जाएगी। अगर इस सूची में उस कॉलेज का भी नाम है, तो आप उस कॉलेज में निःसंकोच एडमिशन ले सकते हैं।
डी फार्मा में एडमिशन लेने से पहले इस बात का भी ध्यान रखे कि आप जिस कॉलेज में दाखिला लेने जा रहे हैं उसका कैंपस प्लेसमेंट कैसा है। अगर कैंपस प्लेसमेंट अच्छा है, तो आपको कॉलेज से नौकरी मिलना आसान रहेगा। इसलिए D Pharma course के लिए उन्ही कॉलेज को प्राथमिकता दें, जिनका प्लेसमेंट रिकॉर्ड अच्छा हो।
Best college for D pharma course
- इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी
- MJP रूहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली
- डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, सैम हिग्गिनबॉटम इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज, इलाहाबाद
- छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर
- दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ फर्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च, दिल्ली यूनिवर्सिटी
- उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस, सैफई
- गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, जौनपुर
- डिपार्टमेंट ऑफ फार्मेसी, पं. बीडी शर्मा पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, रोहतक
- महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी, नोयडा
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मा एडुकेशन एंड रिसर्च, इलाहाबाद
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, वारणशीगवर्नमेंट पॉलीटेक्निक
- सरोजनी नायडू मेडीकल कॉलेज, आगरा
इनके अलावा भी इंडिया के भिभन्न नगरों में सरकारी व गैर सरकारी इंस्टीट्यूट D Pharma का कोर्स करवाते हैं। जिसमे एडमिशन लेकर ऑफ Pharma career की शुरआत कर सकते हैं।
Admission in D Pharma course
सरकारी संस्थानों में D pharma course करने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है। अगर आप एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई कर लेते हैं, तो आपको सरकारी कॉलेजों में प्रवेश मिल जाएगा। सरकारी कॉलेजों में अगर एडमिशन नही हो पाता है तो टेंशन लेने की जरुरत नही है, प्राइवेट इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी भी बहुत अच्छे है वंहा से भी आप ये कोर्स कर सकते है।
सरकारी संस्थानों से डी फार्मा कोर्स कैसे करें-
अगर आप D Pharma course सरकारी कॉलेज से करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप ज्यादा से ज्यादा सरकारी कॉलेज में आवेदन करें, इसके बाद आपको इनकीं प्रवेश परीक्षा देनी होगी। इसलिए प्रवेश परीक्षा की तैयारी सही ढंग से करें। इसके अलावा आप पॉलीटैक्निक के द्वारा भी सरकारी कॉलेज में दाखिला पा सकते हैं। इसलिए आप पॉलीटेक्निक में भी अप्लाई करें। अगर आप कम बजट में ही डी फार्मा कोर्स करना चाहते हैं, तो इसके लिए सरकारी कॉलेज आपके लिये सही हैं।
सरकारी संस्थानों से डी फार्मा कोर्स कैसे करें-
अगर आप D Pharma course सरकारी कॉलेज से करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप ज्यादा से ज्यादा सरकारी कॉलेज में आवेदन करें, इसके बाद आपको इनकीं प्रवेश परीक्षा देनी होगी। इसलिए प्रवेश परीक्षा की तैयारी सही ढंग से करें। इसके अलावा आप पॉलीटैक्निक के द्वारा भी सरकारी कॉलेज में दाखिला पा सकते हैं। इसलिए आप पॉलीटेक्निक में भी अप्लाई करें। अगर आप कम बजट में ही डी फार्मा कोर्स करना चाहते हैं, तो इसके लिए सरकारी कॉलेज आपके लिये सही हैं।
D pharma course fees
अगर आपका एडमिशन सरकारी कॉलेजों या यूनिवर्सिटी में हो जाता है तो बहुत ही कम फीस में ये कोर्स कम्पलीट हो जाएगा। प्राइवेट कॉलेज में D Pharma कोर्स की फीस 1.5 लाख से 2 लाख के आस- पास होती है।
कितनी मिलती है सैलेरी
D pharma course कंपलीट करने के बाद शुरआत में आपको सैलेरी 12 से 18 हजार रुपये तक मिल जाएंगे। वंही बड़ी कॉम्पनी में 20 से 25 हजार से शुरआत हो सकती है। अनुभव होने के बाद बहुत ही आकर्षक सैलेरी मिलने लगती है
Written by Rajeev Tiwari
Nice article sir
ReplyDeleteAdorable sir
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