Operating system
Rajeev Tiwari
Operating System क्या है और क्या काम करता है?
आपरेटिंग सिस्टम को सिस्टम सॉफ्टवेर भी कहा जाता है. इसको छोटे नाम से ज्यादातर लोग OS भी बोलते है. इसको कंप्यूटर का दिल भी कहा जाता है. आपरेटिंग सिस्टम एक सिस्टम सॉफ्टवेर है, जो की user मतलब आप के और Computer Hardware के बिच में Interface जैसे काम करता है.
क्या आपको पता है Operating System क्या है (What is Operating System in Hindi)? नहीं पता तो भी मत घबराने की कोई बात नहीं, इसका जवाब हम देंगे और इसके साथ कुछ और सवालो के भी जवाब दिया जायेगा.
जैसे की हम जानते हैं की हम एक इन्सान हैं और एक इन्सान के पास दिल होता है. ऐसे में क्या आपको पता है ये दिल कैसे काम करता है, शायद ये भी नहीं पता होगा.
मेरे कहने का मतलब ये है की जैसे हम इंसानों के पास दिल होता है ठीक वैसे ही Computer के पास भी होता है, और इसे तकनिकी भाषा में Computer का Operating System (OS) कहा जाता है.
जब भी आप कोई Mobile या फिर Computer इस्तेमाल करते हो तो हमेसा आप बोलते रहते हो Android, Windows, Mac, Linux इत्यादि. तो ये सभी नाम एक एक आपरेटिंग सिस्टम के हैं. कभी Android kitkat तो कभी Android oreo या अगर Windows की बात की जाये तो इनको कोई बोलता है Windows 10, Windows 7, Windows 8, Windows XP इत्यादि. वैसे ही mac osमें भी होते है.
लेकिन इन सबके बारे में हर किसी को थोडा बहुत ज्ञान जरुर है, लेकिन किसी को ये नहीं पता ये Computer का दिल मतलब इस OS का काम क्या है. एक छोटा सा एहसास में आप लोगों को देना चाहूँगा की एक Operating System एक प्रकार का interface होता है end user और hardware के बिच.
वैसे ये कितने प्रकार के हैं, ये कहाँ कहाँ इस्तेमाल होते हैं, इनके मुख्य काम क्या हैं के बारे में अगर आपको और अधिक जानना है तब आपको ये article आपरेटिंग सिस्टम क्या होता है.
आपरेटिंग सिस्टम को सिस्टम सॉफ्टवेर भी कहा जाता है. इसको छोटे नाम से ज्यादातर लोग OS भी बोलते है. इसको कंप्यूटर का दिल भी कहा जाता है. आपरेटिंग सिस्टम एक सिस्टम सॉफ्टवेर है, जो की user मतलब आप के और Computer Hardware के बिच में Interface जैसे काम करता है.
तो यही OS एक एसा Software जिसकी मदद से आप अपने Computer को चलाते हो. इसलिए जब भी आप नया Computer खरीद ते हो उसमे आप सबसे पहले उसमे Window 8 या फिर Windows10 को Load करवा ते हो दुकानदार से और उसके बाद आप Computer को अपने घर ले जाते हो. वरना बिना Operating System के तो कभी अपने Computer को On भी नहीं कर सकते.
ये भी एक सवाल है की इसको system softwareक्यूँ बोला ज्याता है. अगर आप Computer में User Software मतलब Application Software को चलाना चाहते हो तो वो बिना OS के कभी चल ही नहीं सकते.
तो यही OS एक एसा Software जिसकी मदद से आप अपने Computer को चलाते हो. इसलिए जब भी आप नया Computer खरीद ते हो उसमे आप सबसे पहले उसमे Window 8 या फिर Windows10 को Load करवा ते हो दुकानदार से और उसके बाद आप Computer को अपने घर ले जाते हो. वरना बिना Operating System के तो कभी अपने Computer को On भी नहीं कर सकते.
ये भी एक सवाल है की इसको system softwareक्यूँू बोला ज्याता है. अगर आप Computer में User Software मतलब Application Software को चलाना चाहते हो तो वो बिना OS के कभी चल ही नहीं सकते.
इस Operating system को आप तभी देखते हो जब Computer को On करते हो तब और जब Computer बंद करते हो. आप Game, MS word, Adobe Reader, VLC मीडिया Player, Photoshop जैसे और बोहत सारे Software Computer के अंदर रहते है इनको चलाने के लिए एक Program या बड़ा Software चाहिए जिसको हम Operating System बोलते हैं.
Mobile में उपयोग होने वाले OS का नाम है Android जिसके बारे में सबको पता है. आपको पता चल गया होगा के Operating System क्या है, तो चलिए इसके कुछ काम के बारे में जान लेते है.
ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम
अलग अलग कार्य के लिए अलग अलग ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तिमाल किया जाता है. यहाँ आपको ऑपरेटिंग सिस्टम लिस्ट शेयर किया हूँ, जो ज्यादातर लोग इस्तिमाल करना पसंद करते है.
- Microsoft Windows
- Google’s Android OS
- Apple iOS
- Apple macOS
- Linux Operating System
ये सब बहुत बड़े बड़े ऑपरेटिंग सिस्टम कंपनी के नाम है. वैसे तो इनके अन्दर बहुत सारे अलग अलग ना आते है, पर ज्यादातर लोग इनको इन्ही नामो से जानते है.
वैसे Computer बहुत सारे काम करता है, लेकिन सबसे पहले जब आप Computer को On करते हो तब Operating System पहले Main Memory मतलब RAM में load होता है और इसके बाद ये User Software को कोन कोन से Hardware चाहिए वो सब Allocate करता है. निचे OS के अलग अलग काम दिए गए हैं, उनके बारे में और Detail में जानते हैं.
- Memory Management
- Processor management (Process Scheduling)
- Device Management
- File Management
- Security
- System Performance देखना
- Error बताना
- Software और User के बिच में तालमेल बनाना
1. Memory Management
memory Management का मतलब है primary और Secondary Memory को Manage करना. Main memory मतलब RAM एक बोहत ही बड़ा Array के Bytes है.
Operating System ये सारे काम करता है.
- Main Memory का कोनसा हिसा इस्तेमाल होगा, कोनसा नहीं होगा, कितना होगा, कितना नहीं होगा.
- Multiprocessing में OS decide करता है की किस Process को Memory दिया जायेगा और किसको कितना दिया जायेगा.
- जब Process Memory मांगती है तब उसको Memory OS दे देता है (Process का मतलब है एक Task या फिर एक छोटा काम जो की Computer के अंदर होता है)
- जब Process अपना काम ख़तम कर लेती है तो OS वापस अपनी Memory ले लेता है.
2. Processor Management (Process Scheduling)
जब multi programming Environment की बात की जाये तो OS decide करता है, की किस Process को Processor मिलेगा और किसको नहीं मिलेगा और कितने समय तक मिलेगा.
इस Process को बोला ज्याता है Process Scheduling. Operating System ये सब काम करवाता है.
- Operating System ये भी देखता है Processor खाली है या फिर कुछ काम कर रहा है, या Free है और Process अपना काम ख़तम कर लिया है या नहीं. आप चाहो तो Task Manager में जाक देख सकते हो की कितने काम चल रहे हैं और कितने नहीं. जो Program ये सब काम करवा ता है, उसका नाम है Traffic Controller.
- Process को CPU Allocate करता है.
- जब एक Process का काम ख़तम हो ज्याता है, तो वो Processor को दुसारे काम में लगाता है, और कुछ काम नहीं होने पर Processor को Free कर देता है.
Written by Rajeev Tiwari From bihar
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