File system

                          Rajeev Tiwari

File System क्या है और कितने प्रकार के होते हैं?


एक file system को आप एक index या database के तरह सोच सकते हैं जिसमें की hard drive या कोई दूसरी storage device की सभी data की physical location stored रहती है. इसमें data usually organized होता है folders में जिन्हें की directories कहा जाता है, और इसमें दुसरे folders और files भी होते हैं.
कोई भी जगह जहाँ की एक computer या कोई दूसरा electronic device data को store करती है, वहां पर किसी न किसी प्रकार का file system का इस्तमाल होता है. इसमें आपका Windows computer, आपका Mac, Smartphone, Bank की ATM… यहाँ तक की आपके car में स्तिथ computer भी शामिल हैं.
यदि आप भी इन फाइल सिस्टम क्या होते हैं और इनके प्रकार के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तब आपको यह article फाइल सिस्टम इन कंप्यूटर जरुर से एक बार तो पूरा पढ़ना चाहिए, इससे आपके मन में स्तिथ सभी doubts article ख़त्म होने तक और नहीं रहेंगे. तो फिर बिना देरी किये चलिए आगे बढ़ते हैं.
प्रत्येक computer system में सभी चीज़ों को files के हिसाब से store किया जाता है. ये files मुख्य रूप से या तो data files होते हैं या फिर application files. हरेक operating system का अपना ही तरीका होता है data को organize करने का वो भी internally.
यहाँ पर operating system इस management को perform करता है एक program की मदद से जिसे की File System कहा जाता है. यहाँ पर file system की type ही ये तय करती है की कैसे data और programs को access किया जाये. साथ में ये यह भी determine करती है की users के पास किस level की accesbility available होती है.

फाइल सिस्टम क्या होते हैं?

एक computer में, एक file system – जिसे की लिखा जाता है filesystem – ये एक तरीका होता है जहाँ की files को name किया जाता है और जहाँ उन्हें place किया जाता है logically storage और retrieval के लिए.
बिना एक file system के, stored information को isolate करना individual files में कठिन काम है और ऐसे में उन्हें identify कर retrieve करना और भी कठिन हो जाता है. जैसे जैसे data capacities increase होती है, तब उनकी organization और individul files की accessibility और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है data storage में.

Digital file systems और files को यह नाम और ऐसे modelled किया गया केवल paper-based filing systems के बाद ही वो भी समान logic-based method का इस्तमाल कर documents को store कर और retrieve कर.
File systems अलग होते हैं अलग अलग operating systems (OS) में, जैसे की Microsoft Windows, macOS और Linux-based systems में. कुछ file systems को design किया गया होता है कुछ specific applications के लिए. वहीँ Major types की file systems में होते हैं distributed file systems, disk-based file systems और special-purpose file systems.

फाइल सिस्टम का Architecture

हर File System में दो या तीन परतें (layers) होती हैं. कभी-कभी File System में सभी परतें (layers) स्पष्ट रूप से अलग अलग हो जाती हैं, और कभी-कभी सभी layer के फ़ंक्शन को संयुक्त करके एक layer में कर दिया जाता है. ये उस कार्य के ऊपर निर्भर करता है की इसे कैसे किया जाये.
1. Logical file system – ये फाइल सिस्टम यूजर एप्लीकेशन से सम्बंधित होता है, जैसे किसी एप्लीकेशन प्रोग्राम के अंतर्गत फाइल को ओपन (OPEN) करके उसके डाटा को रीड (READ) करना और फिर फाइल को क्लोज (CLOSE) करने के लिए एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफ़ेस (Application Program Interface) प्रदान करवाता है. यह लेयर फाइल एक्सेस, डायरेक्टरी सम्बंधित कार्य और सुरक्षा सम्बंधित ऑपरेशन उपलब्ध करवाता है.
2. Virtual file system (optional) – यह लेयर हर फाइल सिस्टम में मौजूद हो ऐसा जरुरी नहीं है, इस लेयर का प्रयोग वर्चुअल फाइल को प्रबंधित करने के लिए किया जाता है.
3. Physical file system – यह लेयर स्टोरेज डिवाइस (जैसे डिस्क) के भौतिक संचालन से संबंधित है. यह पढ़ने या लिखे जाने वाले भौतिक ब्लॉकों को संसाधित करता है. यह बफरिंग और मेमोरी मैनेजमेंट को हैंडल करता है और स्टोरेज माध्यम पर विशिष्ट स्थानों में ब्लॉक के भौतिक स्थान के लिए जिम्मेदार है. भौतिक फ़ाइल सिस्टम डिवाइस ड्राइवर्स के साथ या स्टोरेज डिवाइस को चलाने के लिए चैनल के साथ इंटरैक्ट करता है.
Written by Rajeev Tiwari From Bihar

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