Domain name
Rajeev Tiwari
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डोमेन नाम वेबसाइट के उद्येश्य को पहचानता है। उदाहणार्थ, यहाॅ .com डोमेन नाम बताता है कि यह एक व्यापारिक साइट है। इसी प्रकार लाभ न कमाने वाले संगठन .org तथा स्कूल तथा विश्वविद्यालय आदि .edu डोमेन नामो का उपयोग करते है। नीचे दी गई सूची मे URL मे सामान्यतया प्रयोग किये जाने वाले डोमेन नाम और उनका अर्थ बताया गया है।
डोमेन नेम जुडाव उपयोग करने वाले समूह/व्यक्ति
com व्यापारिक लाभ कमाने वाली कंपनियां
edu शैक्षिक शिक्षा संस्थान
Gov सरकारी सरकारी संस्थाये तथा विभाग
Mil सैन्य रक्षा संस्थाये तथा विभाग
Net नेटवर्के इंटरनेट सेवा प्रदाता तथा नेटवर्क
Co कंपनी सूचीबध्द कंपनीयाॅ
Org संगठन लाभ न कमाने वाले या धर्मार्थ संगठन
com व्यापारिक लाभ कमाने वाली कंपनियां
edu शैक्षिक शिक्षा संस्थान
Gov सरकारी सरकारी संस्थाये तथा विभाग
Mil सैन्य रक्षा संस्थाये तथा विभाग
Net नेटवर्के इंटरनेट सेवा प्रदाता तथा नेटवर्क
Co कंपनी सूचीबध्द कंपनीयाॅ
Org संगठन लाभ न कमाने वाले या धर्मार्थ संगठन
URL
किसी वेबसाइट का अद्वितीय नाम या पता, जिससे उसे इंटरनेट पर जाना, पहचाना और उपयोग किया जाता है, उसका URL कहा जाता है। इसे Uniform Resource Locator भी कहा जाता है। किसी वेब पते का सामान्य रूप निम्न प्रकार होता है।
यहाॅ type उस सर्वर का type बताता है, जिससे वह फाइल उपलब्ध है और Address उस साइट का पता बताता है। उदाहरण के लिये एक वेब पोर्टल के URL http://www.yahoo.com मे http सर्वर का type है और www.yahoo.com उसका पता है। जब हम किसी वेबसाइट को खोलना चाहते है तो इसका URL पते के बाक्स मे टाइप किया जाता है। यदि कोई सर्वर टाईप नही दिया जाता, तो उसे http मान लिया जाता है। हम किसी वेब पेज का पाथ उसकी वेबसाइट के यूआरएल मे जोडकर उस वेब पेज को सीधे भी खोल सकते है।
किसी वेबसाइट का पूरा URL इन सभी भागो के बीच मे डाॅट (.) लगाकर जोडने से बनता है। केवल प्रोटोकाॅल के नाम के बाद एक कोलन (:) और दो स्लेश (//) लगाये जाते है, जैसे-http://www.yahoo.com।
What is internet Attacks
इंटरनेट में कई प्रकार के स्रोतों का प्रयोग कर आक्रमण किया जा सकता है यह दो प्रकार के होते हैं
- निष्क्रिय आक्रमण (Passive attack)
- सक्रिय आक्रमण (Active attack)
1. Passive attacks (निष्क्रिय आक्रमण)
निष्क्रिय आक्रमणों के अंतर्गत एक जगह से दूसरी जगह जा रही दूसरों की सूचना को सुनना तथा उन को निर्देश करना होता हैं|
यह दो प्रकार के होते हैं
A. Release of message content ( मैसेज कंटेंट पढ़ना)
टेलीफोन पर वार्तालाप, ईमेल, किसी फाइल को भेजना आदि महत्वपूर्ण सूचना विश्वसनीय सूचना रखते हैं इसमें अटैक करने वाले दो लोगों के मध्य होने वाले संदेशों को अनाधिकृत रूप से पढ़ लेता है|
B. Observation of message pattern ( मैसेज पैटर्न देखना)
इसमें अटैकर दो व्यक्तियों के मध्य होने वाले मैसेज का पैटर्न अनाधिकृत रूप से देखता है और उसका गलत उपयोग करता है|
Active attacks (सक्रिय आक्रमण)
सक्रिय आक्रमण के अंतर्गत डाटा को बदल कर उसे गलत कर देना होता है यह चार भागों में विभाजित है
A. Masquerade
इसमें एक यूजर को दूसरे अधिकृत यूज़र के स्थान पर कोई अन्य अनाधिकृत यूजर संदेश भेजता है जो कि अधिकृत यूज़र के सामान ही प्रतीत होता है|
B. Replay
इसमें अनाधिकृत यूजर एक अधिकृत यूजर से डाटा यूनिट कैप्चर कर लेता है और फिर उसके बाद उसे अपने पास रोककर दूसरे अधिकृत यूजर को भेजकर अनाधिकृत प्रभाव उत्पन्न करता है |
C. Modification in message
सामान्यता इसका मतलब है कि संदेश को बदल देना, उसे देर से भेजना, उसका क्रम बदल देना जिससे कि वह गलत प्रभाव दिखाएं|
D. Denial of service
यह कम्युनिकेशन सर्विसेस के सामान्य उपयोग या मैनेजमेंट को रोकता है संपूर्ण नेटवर्क की कार्य क्षमता को प्रभावित करता है इस अटैक मैं या तो नेटवर्क को डिसेबल कर दिया जाता है या फिर नेटवर्क को मैसेजेस से ओवरलोड कर दिया जाता है ताकि नेटवर्क ठीक तरह से काम ना कर सके और कम्युनिकेशन बाधित हो जाए|
सक्रिय आक्रमण, निष्क्रिय आक्रमण से भिन्न होते हैं निष्क्रिय आक्रमण को डिटेक्ट करना कठिन होता है परंतु एक बार डिटेक्ट होने के बाद उनको रोकना आसान होता है जबकि सक्रिय आक्रमण को रोकना आसान नहीं होता
Written by Rajeev Tiwari
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