Gps

                          Rajeev Tiwari

GPS क्या है और GPS कैसे काम करता है?



आज हम आपको बताएँगे कि GPS क्या है और GPS कैसे काम करता है? अभी तक तो आपने GPS के बारे मे तो सुना ही होगा क्योंकि यह हर Mobile मे होता है और आपको तो पता ही है कि आज के समय मे हर इंसान मोबाइल use करता है लेकिन अगर आपको Real मे इसके बारे मे पता नहीं है तो Don,t worry हम आपको आज इस Post मे detail से बताएँगे कि GPS kya hai

जीपीएस क्या है? – What is GPS in Hindi?

GPS की Full Form है-  Global Positioning System
यह एक Global Navigation Satellite System है जो किसी भी Location को पता करने मे मदद करता है. इस System को सबसे पहले अमेरिका के Defense Department ने 1960 मे बनाया था. उस समय ये सिस्टम सिर्फ US Army के लिए बनाया गया था लेकिन बाद मे ये सभी के use के लिए बनाया गया था.
इसका Use किसी भी रास्ते की Location का पता लगाने के लिए किया जाता था. इसकी मदद से हम कितनी भी दूरी का पता लगा सकते हैं. जिस तरह आपने सुना ही होगा कि आज के समय मे हम किसी के भी फोन को Track कर सकते हैं तो वो हम GPS की मदद से ही करते हैं. इन सब के अलावा हम इससे जमीन का सेर्वेक्षण और Map भी बना सकते हैं.

GPS कैसे काम करता है?

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि GPS कैसे काम करता है तो don,t worry हम आपको आज इसके बारे मे पूरी Detail से बताएँगे कि यह कैसे काम करता है.

सबसे पहले तो हम आपको बताना चाहते हैं कि इसके अंदर एक Satellite होता है जिसके जरिये यह काम करता है. इन Satellite की मदद से ही सूचना का आदान-प्रदान होता है. इन Signals को जोड़ने के लिए GPS Device ही काम मे आती है.
GPS की मदद से हम कोई भी Location का पता लगा सकते हैं जैसे अगर आपकी गाड़ी आप से कुछ दूरी पर है तो आप GPS की मदद से आप उसकी Perfect Location का पता लगा सकते हैं.
अगर एक बार यह GPS की Location का पता लगा लेता है तो उसके बाद इसकी अन्य जानकारी जैसे इसकी दूरी, गति, ट्रैक, जगह से दूरी और सूर्य अस्त होने का समय और सूर्य उदय होने का समय भी पता लगा सकते हैं. GPS Looking तीन तरह की होती है जैसे हॉट वर्ग, वार्म वर्ग और कोल्ड वर्ग जिनके बारे मे हम आपको नीचे Detail से बताएँगे.

हॉट वर्ग

यदि GPS को आपकी अपनी अंतिम स्थिति का पता होता है तो उसे Satellite की मदद से आपकी नई स्थिति का पता लगा सकता है मतलब यह उस काम को अपने data store मे रखता है.

वार्म वर्ग

इसके अंदर GPS अभी की जानकारी तो देता ही है बल्कि इसके अंदर वो जानकारी भी देता है जो पहले हमने इससे ली है मतलब अगर हमने पहले कोई भी Location इसमे से देखी थी तो यह उस को भी Show करता है. अगर हम इससे नई Location का पता लगते हैं तो इसे Signal की जरूरत पड़ती है और जैसे ही इसे Signal मिलता है तो यह हमे Location दिखा देता है.

कोल्ड वर्ग

इसके अंदर हमे जानकारी तभी मिलती है जब हम इसमे Start करते हैं मतलब यह हमे पीछे वाली कोई भी Detail शो नहीं करता है और हम आपको ये भी बता देते हैं कि इसके अंदर हमे Location मिलने मे समय भी बहुत लगता है.

Final Words

इस तरह हम कोई भी Location GPS की मदद से पता लगा सकते हैं वैसे तो आपको ये Post समझ मे आ गई होगी लेकिन अगर आपको अभी भी कुछ Problem आ रही है तो हमे Comment कर के पूछ सकते हैं.

Written by Rajeev Tiwari

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